दिल्ली:EROS TIMES:सुहागिनों का त्योंहार गणगौर आज 16 दिनों तक चली पूजा के बाद आज बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। परिषद की महिलाओं द्वारा आज मंदिर प्राँगण में गणगौर की शोभायात्रा भी निकाली गई। राजस्थान कल्याण परिषद हर वर्ष गणगौर महोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाती आ रही है।
संस्था के अध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि सुख-सौभाग्य, श्रेष्ठ वर की कामना के साथ कुँवारी लड़कियों, नव-विवाहिताओं और सुहागिन महिलाओं द्वारा धुलंडी के दिन होली की राख से सोलह गणगौर बनाकर सोलह दिन तक पूजा की जाती है।
राजस्थान में गणगौर पूजा के लिए महिलाएं बगीचों से मंगलगीत गाते हुए दूब और पानी लेकर आती हैं और हर रोज सुबह शाम पूजा करती हैं। गणगौर पर्व के संयोजक जी सी माहेश्वरी ने बताया कि गणगौर पर परम्परागत गीतों के साथ ईसर (शिव) और पार्वती का पूजन किया जाता है।
चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से चैत्र शुक्ल तृतीया तक 16 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में कुंवारी लड़कियां जहाँ गण यानी शिव तथा गौर यानी पार्वती से मनपसंद वर पाने की कामना करती हैं। वहीं विवाहित महिलाएं सुहाग की सलामती के लिए पूजा करती हैं। संस्था के आर पी माहेश्वरी ने बताया कि प्राचीन काल से राजस्थान में गणगौर पूजा का महत्व रहा है।
हम राजस्थानी लोग अपनी इन परम्पराओं को जिंदा रखने के लिए जहां भी रहते हैं कोशिस करते हैं कि आगे आनेवाली पीढ़ी भी इन परम्पराओं को जाने और सहेजकर रखे। गणगौर विदाई के बाद भजन संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें श्रीराम भक्त मंडल के भजन गायक गिरीश पारीक एवं प्रतीक पारीक के भजनों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भजन संध्या के बाद सभी को भंडारे का प्रसाद वितरण किया गया। उपस्तिथ गणमान्य सदस्यों में अध्यक्ष पवन शर्मा, सनातन धर्म मंदिर के संजय बाली, जी सी माहेश्वरी, आर पी माहेश्वरी, रामगोपाल पारीक, एस एन पारीक, विजय सोनी, आर सी बजाज, अनिल अग्रवाल, के एल बैद, विक्रम अग्रवाल, अंजनी सरार्फ, ओपी बंसल, महेन्द्र शाह, दिनेशचंद्र माहेश्वरी,जुगल किशोर भारती, अरविंद सोनी, विष्णु पारीक, अग्रवाल, अनिता शर्मा।