ग़ाज़ियाबाद:EROS TIMES: अखिल भारतीय योग संस्थान रजि.द्वारा जानकी वाटिका नेहरू नगर में आयोजित 7 दिवसीय बाल योग एवं संस्कार शिविर के पंचम दिवस पर योग शिक्षिका मीनू गोयल ने दीप प्रज्वलित किया व ओ३म् की ध्वनि व गायत्री मंत्र से सत्र को प्रारम्भ किया,उन्होंने शिविरार्थीओ को इंजन दौड़,ताड़ासन,त्रिकोण आसान का अभ्यास कराया और इसके लाभों की चर्चा की।
योग शिक्षक के के कोहली ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया और बताया कि सूर्य में तेज व उजाला होता है,प्रभु हमारे अंदर तेज आ जाये, हमारे अन्दर से अज्ञानान्धकार निकल जाए। इससे विशुद्धि चक्र,पाचन तंत्र प्रभावित होता है,स्मृति शक्ति बढ़ती है,यदि चश्मा लगा है तो चश्में का न.कम होता है,हार्ट मजबूत होता है,बॉडी का ग्रोथ व हाइट बढ़ती है,स्वास्थ्य अच्छा होता है ,आदतें सुधरती हैं, एनर्जी लेवल बढ़ता है,फिर शव आसान में विश्राम करने से ऊर्जा ऊष्मा पूरे शरीर मे समाहित होती है। अपने आपे में आने से आनन्द की अनुभूति होती है।साइड से करवट लेकर बैठने से कमर ठीक रहती है।
योग शिक्षिका शालिनी राजपूत ने गुस्से को कंट्रोल करने के लिये कराया शशांक आसान, भुजंगासन,धनुरासन, इसके लाभों की चर्चा करते हुए बताया कि इससे पेट और चेहरा प्रभावित होता है,साइक्लिंग व बालमचलन आसान का अभ्यास कराया ओर कहा कि योग करने से बुद्धि विकसित होती है, हास्यासन से खुश रहते हैं।
योग शिक्षिका आशा गर्ग ने कहा खुले पार्क में प्राणायाम का अभ्यास करने से प्राण शक्ति बढ़ती है,लंग्स, डायाफ्राम मजबूत होते हैं अनुलोम विलोम का अभ्यास कराया।योग रोगों से बचाता है।उजयी प्राणायाम खराब गले को ठीक करता है, भ्रामरी प्राणायाम कंसन्ट्रेशन हेतु अति उत्तम है। मंजू बाला ने जर्नल नॉलेज के बच्चों से प्रश्न पूछे जिनका बच्चों ने ठीक जवाब दिया।
अरविन्द व वीना वोहरा ने सूंदर डेमोस्ट्रेशन दिया जिसे देखकर बच्चों ने सुंदर तरीके से अभ्यास किया।
मुख्य शिक्षिका एवं शिविर मुख्य संयोजिका वीना वोहरा ने शिविरार्थियों को ईश्वर भक्ति का गीत, प्रभु मेरे जीवन को कुन्दन बना दो,करो मेरे जीवन मे ऐसा उजाला सुनाकर प्रभु के प्रति भक्ति भावना उत्पन्न की ओर कहा कि जब व्यक्ति का मन शुद्ध होता है, वह सब के कल्याण की बात सोचता है, जैसा मन में उत्तम विचार होता है वैसा ही वाणी से सब के कल्याण की बात बोलता है, और वैसा ही शरीर से उत्तम आचरण करता है।
इस तरह से जब व्यक्ति के मन वचन और शरीर के आचरण में एकरूपता होती है, और साथ साथ वह ईश्वर का ध्यान भी करे, तो उसका चरित्र बहुत उत्तम बनता है।
विशेष आमंत्रित डॉ. संजय त्यागी (जिला अध्यक्ष,अन्तर्राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा आर्गेनाइजेशन) ने अपने उद्बोधन में सांप सीढ़ी गेम का जिक्र करते हुये बताया कि जैसे सीढ़ी ऊपर ले जाती है ओर सांप नीचे लाता है, गौटी से जो न.आते हैं उतने स्टेप आगे बढ़ते हैं,इसी प्रकार कौन-2 से फ़ूड से हम ग्रोथ करते हैं और कौन सी दिन चर्या हमें नीचे लाती है,क्या खाना है? ओर क्या नहीं खाना? पर विस्तृत चर्चा की,हरी सब्ज़ियां,अंकुरित भोजन,फल आदि खाने से हम निरोग रहते हैं,फ़ास्ट फूड्स बर्गर,चाऊमीन,टॉफी आदि खाने से पाचन तंत्र खराब होता है।
डॉ.त्यागी ने आगे बताया कि लंच में दाल जरूर लें,इससे ग्रोथ बढ़ती है,प्रातः अंकुरित दालें चना,मूंग साबुत,सोयाबीन आदि से याददाश्त बढ़ती है व ग्रीन सलाद खीरा,टमाटर,चुकुन्दर, थोड़ी गोभी लेने से जॉइंट पेन नहीं होता, खून बढ़ता है,कब्ज़ नहीं होती प्रातः की जगह रात को सोने से एक घंटा पूर्व दूध पीने की सलाह दी, प्रतिदिन योगाभ्यास पर बल दिया।
संस्थान के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोड़ा ने कहा हास्यासन व भारत माता की जय वन्दे मातरम के नारे लगवाये।
मंच का कुशल संचालन प्रवीण आर्य ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मनमोहन वोहरा,विजय गर्ग,सोनू जी,डॉ. आदर्श चोपड़ा व गीता गर्ग,पूजा निश्चल, वीना निश्चल, कुमकुम गोयल आदि मौजूद रहे।
कुमकुम गोयल व साथियों ने शांति पाठ व प्रसाद वितरण के साथ सत्र को सम्पन्न किया।