नोएडा:EROS TIMES: रविवार जून 2019 एमिटी कैम्पस, डॉ अमिता चौहान व डॉ अशोक कुमार चौहान के सानिध्य में सेक्टर-44, नोएडा मे चल रहे विशाल युवक चरित्र निर्माण व व्यक्तित्व विकास शिविर के दूसरे दिन युवको को संबोधित करते हुए डॉ अनिल आर्य (राष्ट्रीय अध्यक्ष) ने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्मो से होती है नाम से नही महर्षि दयानंद सरस्वती का जीवन बहुत ही संघर्षमय रहा है। उन्होंने देश की स्वतंत्रता महिलाओं के उत्थान, वेदों के प्रचार और प्रसार ओर समाज मे फैली पाखंड अंधविश्वास ओर कुरीतियों को दूर करने के लिए अपना सारा जीवन लगा दिया प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सन 1857 के अपरोक्ष रूप से प्रबल संवाहक थे।
शिविर संयोजक महेंद्र भाई ने युवको को जीवन मे नियमित दिनचर्या का पालन सफलता का एक मूल रहस्य है जो बालक अनुशासन में रह कर अपने कर्तव्यों का पालन करता है उसके जीवन मे कभी असफलता नही होती। जो आलसी बन कर अपने कार्यो को कल पर छोड़ देता है वह कभी उन्नति नही कर सकता और जीवन में पिछड़ जाता है।
आर्य जगत के सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक भानुप्रकाश शास्त्री ने देशभक्ति व इशभक्ति के भजनों के माध्यम से युवको को आपस मे मिलकर चलने, बुराइयों से दूर रहने तथा नशे की चीजों से दूर रह कर अपने स्वास्थ्य को बनाना ही युवको का पहला काम है ।
प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता के नेतृत्व में त्रिलोक शास्त्री, कृष्ण लाल राणा वैदिक, प्रदीप आर्य, विवेक अग्निहोत्री, वरूण आर्य, शिवम मिश्रा, गौरव गुप्ता, अमित आर्य, हिमांशु आदि ने युवको को तलवार, भाला, योग आसन-प्राणायाम, जुडो कराटे, लाठी- चालन, कमाण्डो प्रशिक्षण आदि के गुन सिखाये।
केंद्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अनिल आर्य के कुशल नेतृत्व में पूरे भारत वर्ष में 18 युवक/युवती चरित्र निर्माण शिविरों की लगातार श्रृंखला चल रही है। डॉ०अनिल आर्य का संकल्प है कि भारत की युवा पीढ़ी, ईश्वर भक्त, देशभक्त, चरित्रवान, ईमानदार बनकर देश के गौरव को बढ़ाये।