एमिटी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘‘ ओह, दैट्स भानु’’ की स्क्रीनिंग
एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा और एमिटी स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म ‘‘ओह दैट्स भानु’’ के स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर फिल्म के बेहतरीन निर्देशन हेतु स्वर्ण कमल नेशनल अवार्ड से सम्मानित फिल्म के निर्देशक आर वी रमानी से छात्रों और शिक्षकों के सवांद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा के उप प्रमुख डा सोमनाथ सेन ने निर्देशक आर वी रमानी का स्वागत किया।
फिल्म के निर्देशक श्री आर वी रमानी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस फिल्म के निर्माण का ख्याल श्रीमती भानुमति राव जो कि प्रख्यात नृत्यंागना और थियेटर कलाकार थी उनकी कहानी से प्रेरित है। फिल्म भानुमती जी के साथ आकस्मिक मुलाकात से प्रारंभ होती है और जब मै उनसे पहली बार मिला तो मुझे एक जुड़ाव महसूस हुआ। मैने यह किरदार इसलिए चुना क्योकि मै लोगों के वास्तविक जीवन के संघर्षो में विश्वास करता हंू और फिल्म का उददेश्य उनकी भावनाओं को समझना है जिसे वे शब्दों के माध्यम से व्यक्त करने में असमर्थ है। अधिकतर फिल्म का निर्माण तब होता है जब आप किसी व्यक्ति विचार या सोच से जुड़ते है। श्री रमानी ने कहा कि मनोविज्ञान के शिक्षण के दौरान उन्होने जाना कि विचारों की अभिव्यक्ति आवश्यक है चाहे माध्यम कोई भी लेकिन विचारों का बाहर निकलना जरूरी है। मेरे केस में सिनेमा निर्माण ही मेरे विचारों की अभिव्यक्ती है।
एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा के उप प्रमुख डा सोमनाथ सेन ने कहा कि इस प्रकार की फिल्मों की स्क्रीनिंग और निर्देशक के जरीए संवाद करने का मौका प्रदान करके हम छात्रों को प्रयोगिक जानकारी विकसित करने का अवसर प्रदान करते है। इस अवसर पर निर्देशक आर वी रमानी ने छात्रों को ना केवल फिल्म निर्माण की बारिकियों को बताया बल्कि अपने अनुभवों को साझा भी किया। एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा भारतीय और वैश्विक मनोरंजन और मीडिया उद्योग के भविष्य का नेतृत्व करने वालों को समर्पित है।
विदित हो कि फिल्म ‘‘ओह दैट्स भानु’’ में महिला भानुमति राव ने एक रहस्यपूर्ण भावूक और फिर भी सरल और व्यवहारिक जीवन व्यतीत किया है और उनके साथ फिल्म निर्माता जीवन की यात्रा और प्रदर्शन की यात्रा पर जाता है जिसमें प्रतिबिंब के माध्यम से स्मृतियों के क्रिया कलापों रिश्तों और विचारों को दर्शाया है।
इस अवसर पर वृत्तचित्र फिल्म निर्माण कार्यशाला का आयोजन भी हुआ जिसका उदेदश्य छात्रों के लिए जो अपने पाठयक्रम के इस सेमेंस्टर में वृत्तचित्र फिल्म निर्माण पर कार्य कर रहे है उन्हे वृत्तचित्र फिल्म निर्माण की जानकारी और सौदर्यशास्त्र को समझने और आत्मसात करने की जानकारी प्रदान करना था। कार्यशाला के दौरान छात्रों ने फिल्म निर्देशक आर वी रमानी को स्वंय के शॉट फुटेज दिखाये जिनपर उन्होनें जानकारी प्रदान की। अगले चरण में उन्होनें छात्रों के साथ उनके संपादन को ठीक करने पर कार्य किया और कार्यशाला के अंतिम चरण एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा के अन्य संकाय को कुछ संपादित फिल्मो को दिखाया गया।