EROS TIMES: छात्रों को ब्लॉकचेन जैसे आधुनिक तकनीक का उपयोग करके स्टार्टअप प्रारंभ करने के लिए प्रेरित करने और एमिटी के साथ सहयोग के संभावित क्षेत्रों का पर विचार विमर्श करने के लिए ब्लॅाकचेन फॉर प्रॉडक्टीविटी फोरम के भारत के चेयरमैन डा सत्या एन गुप्ता के नेतृत्व में एसटीपीआई के सेंटर ऑफ एंटरप्रिन्यौरशिप इन ब्लॉकचेन के सी ओ चेतन शर्मा और ब्लॉकचेन विशेषज्ञ वोरूगंती अरविंद ने आज एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के सांइस, इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के ट्रांसलेशनल रिसर्च एंड उद्यमिता विकास के डीन डा बी के मूर्ती ने अतिथियों का स्वागत किया।
ब्लॅाकचेन फॉर प्रॉडक्टीविटी फोरम के भारत के चेयरमैन डा सत्या एन गुप्ता ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ब्लॉकचेन तकनीक एक उन्नत तंत्र है जो किसी भी व्यवसायिक नेटवर्क के भीतर सूचनाओं को साझा करने की अनुमति देता है इसके संग्रहित डेटा, एक ब्लॉकचेन डेटाबेस ब्लॉक में जमा होता है जो एक श्रृखंला में जुड़े होते है। एसटीपीआई (सॅाफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया) सॉफ्टवेयर निर्यातकों को सेवाएं प्रदान करने में सिंगल विंडो के रूप में कार्य करता है। ब्लॉकचेन तकनीक डिजिटल विश्व में एक क्रांतिकारी तकनीक बन कर उभरी है जो अभूतपूर्व सुरक्षा, पारदर्शिता और विकेंद्रीकरण प्रदान करता है। डा गुप्ता ने कहा कि छात्रों को प्रशिक्षण देकर उन्हे स्टार्टअप के लिए प्रेरित करना आवश्यक है।
एसटीपीआई के सेंटर ऑफ एंटरप्रिन्यौरशिप इन ब्लॉकचेन के सीओओ श्री चेतन शर्मा ने कहा कि ब्लॉकचेन के क्षेत्र में चल रहे स्टार्टअप के क्षेत्रों में फंडिंग की कमी नही है। छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि अपने युवा उम्र अगर आप अपना स्टार्टअप प्रारंभ करते तो आपकी तीव्र उत्पादक क्षमता से आप अवश्य सफल होगे। उन्होनें जानकारी देते हुए कहा कि एसटीपीआई द्वारा ब्लॉकचेन में एमिटी के इच्छुक छात्रों के लिए जो अपना स्वंय का उद्यम प्रारंभ करने में रूचि रखते है प्री इन्क्यूबेशन कार्यक्रम का संचालन किया जायेगा। एसटीपीआई की सीओई ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी उन छात्रों को निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगी जो ब्लॉकचेन अनुप्रयोगों को विकसित करने में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने की रूचि रखते है।
एसटीपीआई के सेंटर ऑफ एंटरप्रिन्यौरशिप इन ब्लॉकचेन के ब्लॉकचेन विशेषज्ञ श्री वोरूगंती अरविंद ने ब्लॉकचेन के लिए सीओई के तहत इन्क्यूबेशन के लिए चुने गए स्टार्टअप को विचार के स्तर के आधार पर सीड फंडिंग सहित स्वंय का स्टार्टअप स्थापित करने वाले छात्रों को सीड मनी प्राप्त करने की जानकारी भी दी। उन्होनें ब्लॉकचेन के उद्भव, सरकारी निकायों और स्टार्टअप द्वारा ब्लॉकचेन के उल्लेखनीय उपयोग के मामले, उद्यमिता गुणों वाले छात्रों के लिए अवसर सहित पाठयक्रम मॉडयूल की विस्तृत जानकारी दी।
एमिटी विश्वविद्यालय के सांइस, इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के ट्रांसलेशनल रिसर्च एंड उद्यमिता विकास के डीन डा बी के मूर्ती ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हम एमिटी और एसटीपीआई के साथ मिलकर आपसी सहयोग पर विचार कर रहे है जिससे छात्रों को ब्लॉकचेन के क्षेत्र में प्राप्त हो रहे अवसरों का लाभ मिले। एमिटी सदैव छात्रों को शोध व नवाचार सहित आधुनिक तकनीक का उपयोग करके समस्याओं का निराकरण प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते है। डा मूर्ती ने कहा कि आज ब्लॉकचेन का उपयोग टेलीकॉम, सप्लाई चेन प्रबंधन हर जगह हो रहा है।
इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी प्रस्तुती दीै। कार्यक्रम में एमिटी इंस्टीटयूटशन इनोवेशन कांउसिल की प्रमुख डा सुजाता पांडेय उपस्थित थी।