गाजियाबाद:EROS TIMES: 20 दिसम्बर,आर्य केन्द्रीय सभा महानगर गाजियाबाद के तत्वावधान में रविवार 23 दिसम्बर 2018 को प्रातः 8 बजे शम्भू दयाल वैदिक सन्यास आश्रम में स्वामी चंद्रवेश के ब्रह्मत्व में यज्ञ होगा तत्पश्चात यहीं से प्रातः 10 बजे स्वतंत्रता सेनानी,महान समाज सुधारक, दलित उद्धारक गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द महाराज के बलिदान दिवस पर एक विशाल शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
जिसका उदघाटन आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित सदस्य श्री श्रद्धानन्द शर्मा के कर कमलों द्वारा किया जाएगा।
शोभायात्रा शम्भूदयाल वैदिक सन्यास आश्रम, दयानन्द नगर, ग़ाज़ियाबाद से प्रारम्भ होकर शहर के मुख्य मार्गों गांधी नगर, चौधरी मोड़, रेलवे रोड, बजरिया, घंटाघर, चौपला, डासना गेट, मालीवाड़ा चौक, अम्बेडकर रोड, कालकागढ़ी चौक होते हुए सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रांगण में जनसभा में परिवर्तित होगी।
आर्य केन्द्रीय सभा गाजियाबाद के प्रधान सत्यवीर चौधरी ने बताया कि स्वामी श्रद्धानन्द ने देश की आज़ादी के आंदोलन में तब नेतृत्व प्रदान किया था जब जलियाँ वाला बाग़ के उपरान्त देश मे एक भय व्याप्त हो गया था उस वक्त आज़ादी के आंदोलन का नेतृत्व करने को कोई तैयार नहीं था उस समय स्वामी श्रद्धानन्द आगे आये और नेतृत्व प्रदान किया।
इसी प्रकार की घटना रोलेट एक्ट के विरुद्ध आंदोलन को जब अंग्रेजों ने दबाने का प्रयास किया तो स्वामी श्रद्धानन्द आगे निकल कर आये।
टाउन हॉल चांदनी चौक की घटना जहाँ आज भी स्वामी का स्टेचू स्थापित है वो इस बात का प्रमाण है।
महात्मा गांधी जब अफ्रीका से लौटे तो गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक स्वामी श्रद्धानन्द के दर्शन करने हरिद्वार पहुँचे ओर वहीं परस्पर एक दूसरे को महात्मा नाम से विभूषित किया।
शिक्षा की पुरातन पद्धति का अवलोकन कर महात्मा गांधी भाव विभोर हो गए।
ऐसे स्वामी श्रद्धानन्द के बलिदान दिवस हम सब उन्हें श्रद्धांजलि अर्पितकर नई प्रेरणा जगाएं।
सभा के मंत्री नरेन्द्र पांचाल ने बताया कि शोभा यात्रा के समापन पर दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक सरस्वती शिशु मन्दिर में विशाल श्रद्धांजलि सभा होगी जिसमें मुख्य अतिथि अशोक चौधरी (चेयरमैन ,पंचशील ग्रुप) होंगे समारोह की अध्यक्षता ठाकुर विक्रम सिंह (अध्यक्ष राष्ट्र निर्माण पार्टी) करेंगे, अतिविशिष्ट अतिथि नरेश गोयल (गोयल स्टोर, कवि नगर) होंगे।
सभा के कोषाध्यक्ष संत लाल मिश्र ने बताया की समारोह में मुख्य वक्ता परोपकारिणी सभा के प्रधान अजमेर से पधारे वेद मनीषी डॉ. वेदपाल आर्य होंगे। और भजनोपदेशक मेरठ से पधारे अजय आर्य होंगे, समारोह में जिला गाजियाबाद के हज़ारों आर्य समाजी दल बल सहित पहुँचकर अपने श्रद्धा सुमन भेंट करेंगे।
जिला आर्य सभा के पूर्व प्रधान श्रद्धानन्द शर्मा ने बताया कि स्वामी श्रद्धानंद का जीवन श्रद्धा से ओत प्रोत रहा। उन्होंने राष्ट्र के लिए अपने को पूर्ण रूपेण समर्पित किआ हुआ था।
जलियाँ वाले बाग की घटना के बाद काँग्रेस का बहुत बड़ा सम्मेलन हुआ जिसमे वे स्वागताध्यक्ष बनाये गए ।
उन्होंने आह्वान किया की जब तक हम अपने आचरण में शुद्धि नही लाएंगे ओर राष्ट्र के लिए पुरी श्रद्धा से समर्पित नहीं होंगे तब तक हम आज़ादी के आन्दोलन को आगे नहीं बढ़ा पाएंगे इसी भावना से ओत-प्रोत होकर के भारत की जनता आज़ादी के आन्दोलन में खड़ी हो गई और अधिक तेजी से आंदोलन आगे बढ़ा।
स्वदेशी फार्मेसी के निदेशक डॉ. आर.के.आर्य ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से समाज में विशेषकर युवा पीढ़ी में एक संदेश जाता है कि हमारे महापुरुषों ने कितने बलिदान किये तथा उनके दिखाए रास्ते आज भी समाज के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं इससे हम सभी को प्रेरणा मिलती है।
प्रवीण आर्य प्रांतीय महामंत्री केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश ने कहा कि उस महान आत्मा ने जिन महान कार्यों को अपने हाथ मे लिया उसको पूरी दृढ़ता के साथ निभाया।
आज उसके स्पष्ट प्रमाण हमारे सामने दिखाई पड़ते हैं,चाहे वह शुद्धि का काम हो,चाहे पिछड़ों को गले लगाने का,चाहे गुरुकुल की स्थापना का कार्य हो,चाहे राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रियता से भाग लेने का।
अपना सारा जीवन समाज को समर्पित करके अमर हो गए।
आओ आज उस महान आत्मा के बलिदान दिवस पर प्रेरणा लेकर समाज को जात पात छुआ छूत के वर्ग भेद से ऊपर उठाकर राष्ट्रहित में काम करें।
आश्रमाध्यक्ष स्वामी चंद्रवेश ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में,साथ ही शिक्षा तथा सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अत्याधिक योगदान रहा है। स्वामी श्रद्धानन्द केवल स्वामी ही नहीं अपितु देश को नई दिशा प्रदान करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, इस बात को राष्ट्रपिता महात्मा गांघी ने भी स्वीकार किया था।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री आश्रमाचार्य जितेन्द्र आर्य, उदयवीर आर्य, त्रिलोक शास्त्री, दीपक कुमार, चौ.मंगल सिंह अनेक लोग उपस्थित रहे।