अकादमिकों और उद्यमियों को एमिटी एक्सलेंस अवार्ड से किया सम्मानित
Eros Times: छात्रों को व्यापारिक और शोध के संर्दभ में जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल द्वारा ’’ सहयोग, रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, संचार और समुदाय के माध्यम से परिवर्तन को सशक्त बनाना’ विषय पर त्रिदिवसीय बृहद अंर्तराष्ट्रीय व्यापार क्षितिज सम्मेलन ‘‘इनबुश एरा वर्ल्ड सम्मेलन 2024’’ का आयोजन आई टू ब्लाक सभागार, एमिटी कैपस में किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय की डिप्टी वाइस चासंलर (एजुकेशन) प्रो (श्रीमती) एली क्लेमन्स, सिंगापूर के एप्लाइडएचई की संस्थापक एवं सीईओ डा (श्रीमती) मैंडी मॉक, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, यूएसए के ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी के वाइस प्रावोस्ट ( ग्लोबल एंगजेमेंट) प्रो रोजेलियो मिनाना, साउथ कैरेालिना विश्वविद्यालय के दारला मूर कॉलेज ऑफ बिजनेस के डीन डा रोहित वर्मा, एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह और एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला द्वारा किया गया।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय की डिप्टी वाइस चासंलर (एजुकेशन) प्रो (श्रीमती) एली क्लेमन्स ने कहा कि 1958 में स्थापित हुये मोनाश विश्वविद्यालय 60 साल की विरासत वाला विश्वविद्यालय है जो छात्रों को प्रश्न पूछने, चुनौती देने और प्रभावित करने के लिए प्रेरित करता है। हमने अनुसंधान, शिक्षण एंव उद्यम में वैश्विक ख्याती अर्जित की है और रचनात्मकता, नवाचार के प्रति हम प्रतिबद्ध है। मोनाश विश्वविद्यालय विश्व की शीर्ष 50 विश्वविद्यालयों मे शुमार किया जाता है। इस अवसर पर प्रो क्लेमन्स ने शिक्षण के क्षेत्रों, अनुसंधान मूल्यो की जानकारी देते हुए कहा कि हम युग की वर्तमान चुनौतियों जैसे जलवायु परिवर्तन, भू राजनैतिक सुरक्षा और समुदाय को संपन्न बनाने जैसे मुद्दों के निवारण का प्रयास कर रहे है। छात्रों का वैश्विक अनावरण प्रदान करने के लिए हम विश्व के अन्य संस्थानों के साथ सहयोग को बढ़ावा देते है जिसमें भारत में एमिटी विश्वविद्यालय के साथ आपसी सहयोग को विकसित कर रहे है।
सिंगापूर के एप्लाइडएचई की संस्थापक एवं सीईओ डा (श्रीमती) मैंडी मॉक ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा कि जाने वाली महत्वपूर्ण गतिविधियों से एक अनुसंधान भी है इसलिए अनुसंधान के लिए प्रेरित करना आवश्यक है। उन्होनें कहा कि इस प्रकार के व्यापार व शोध आधारित सम्मेलन छात्रों को वैश्विक अनवारण का अवसर प्रदान करते है और उनके व्यवसायिक जीवन के लिए लाभप्रद होते है। डा मॉक ने कहा कि एमिटी द्वारा आयोजित यह त्रिदिवसीय सम्मेलन संस्थानों के मध्य आपसी वैश्विक सहयोग विकसित करेगा।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी मे हम छात्रों को मूल्य व संस्कार आधारित शिक्षण प्रदान करते है और शोध व अपना उद्यम प्रारंभ करने का पारिस्थितिकी तंत्र बनाते है जो छात्रों वैश्विक नागरिक बनने में सहायता करता है। डा चौहान ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों को जरीए छात्रों को वैश्विक अनावरण प्राप्त होते है और छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए आप जैसे विशेषज्ञों का मार्गदर्शन आवश्यक है जो उनके जीवन में व्यापक परिवर्तन लायेगा। आज हमारा देश विकसित भारत के मार्ग पर अग्रसर है और राष्ट्र निर्माण में एमिटी के युवाओं की भूमिका अहम होगी।
यूएसए के ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी के वाइस प्रावोस्ट ( ग्लोबल एंगजेमेंट) प्रो रोजेलियो मिनाना ने कहा कि इस प्रकार के बृहद सम्मेलन छात्रों और संस्थानों के लिए लाभप्रद होते है। हम भी भारत में एमिटी जैसे प्रख्यात संस्थानों के साथ सहयोग को विकसित कर छात्रों व शिक्षकों के एक दूसरे के संस्थानों में आवागमन पर ध्यान केन्द्रीत कर रहे है। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि मानवता सबसे अधिक महत्वपूर्ण है और शिक्षा, बेहतर मानव बनने में सहायक होती है।
साउथ कैरेालिना विश्वविद्यालय के दारला मूर कॉलेज ऑफ बिजनेस के डीन डा रोहित वर्मा ने कहा कि सहयोग, रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, संचार और समुदाय किसी भी विकास का आधारस्तंभ होते है इसलिए इनके महत्व को समझना आवश्यक है।
एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने स्वागत करते हुए कहा कि इस इस अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन का उददेश्य उद्योग जगत, अकादमिक, शोधार्थियों और छात्रों को एक मंच प्रदान करना है जिसमें सहयोग, रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, संचार और समुदाय के माध्यम से स्थायी वैश्विक संगठन के निर्माण पर विचार किया जाये। इस 24वें अंर्तराष्ट्रीय व्यापार और शोध सम्मेलन इनबुश एरा वर्ल्ड सम्मेलन 2024 में देश विदेश से बड़ी सख्या में अकादमिक, उद्योगपति, व्यवसयायिक आदि अपने विचार व्यक्त करेगें। इसके अंर्तगत बड़ी संख्या में शोध पेपर प्रस्तुत किये जायेगे और प्रभावशाली रिसर्च पेपर सम्मेलनों का आयोजन भी होगा।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि छात्रों को वैश्विक अनवारण प्रदान करना, एमिटी के प्रारंभ होने के साथ ही प्रारंभ कर दिया गया था। आपसी सहयोग से छात्रों को अन्य देशों के व्यापारिक संस्कृति सहित शिक्षण प्रणाली को समझने का अवसर प्राप्त होता है। नई शिक्षा नीति के अंर्तगत आज छात्रों को दोहरी डिग्री, संयुक्त डिग्री आदि के अवसर मिल रहे है।
इस अवसर पर मोनाश विश्वविद्यालय की डिप्टी वाइस चासंलर (एजुकेशन) प्रो (श्रीमती) एली क्लेमन्स, सिंगापूर के एप्लाइडएचई की संस्थापक एवं सीईओ डा (श्रीमती) मैंडी मॉक] यूएसए के ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी के वाइस प्रावोस्ट ( ग्लोबल एंगजेमेंट) प्रो रोजेलियो मिनाना को एमिटी ग्लोबल एकेडमिक एक्सलेंस अवार्ड, ओला इलेक्ट्रिक टेक्नेालॉजिस प्राइवेट लिमिटेड के ग्लोबल सेल्स एंव वितरण उपाध्यक्ष के प्रो युग शुंग किम और अदाणी पावर लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी श्री जयदेब नदां को एमिटी ग्लेाबल कोरपोरेट एक्सलेंस अवार्ड, साउथ कैरोलिना विश्वविद्यालय के दारला मूर कॉलेज ऑफ बिजनेस के डीन डा रोहित वर्मा, को एमिटी एकेडमिक एक्सलेंस अवार्ड से सम्मनित किया गया। इसके अतिरिक्त डुकाटी इंडिया के एमडी श्री बिपुल चं्रदा को एमिटी कोरपोरेट एक्सलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर, मोनाश विश्वविद्यालय के चीफ कोर्स वर्क अधिकारी डा ग्रेगरी क्यूसैक, यूके के यूनिवर्सिअी ऑफ एसेक्स के वाइस चांसलर प्रो एंथोनी फोर्स्टर, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती भी उपस्थित थे। इस दौरान इनबुश एरा वर्ल्ड सम्मेलन 2024 में आईईईई विशेष अंक, केस सेंटर यूके के साथ केस रिसर्च स्पेशल अंक और सम्मेलन अधारित पुस्तकों का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में अंर्तराष्ट्रीय परिचर्चा सत्र का आयोजन भी किया गया।